पीर की जूती का मोल
अमीर खुसरो निजामुद्दीन औलिया का शागिर्द और मुल्तान के हाकिम का मुलाजिम था | बड़ा कमाई वाला भगत था | किसी बात पर उसकी हाकिम से अनबन हो गई और उसने नौकरी छोड़ दी | उन दिनों पक्की सड़कें नहीं होती थी | उसने अपना सामान ऊंटों पर लगवाया और मुर्शीद के दर्शनों के लिए…