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गुरु-नानक-देव-जी-की-सुंदर-साखी

  बहुत पहले की बात है श्री गुरु नानक देव जी जब दक्षिण की तरफ गए वहां जाकर उन्होंने कीर्तन करना शुरू कर दिया। उस समय कीर्तन सुनने ज्यादा लोग नहीं आते थे। थोड़े बहुत ही लोग आते थे लेकिन धीरे धीरे भीड़ ज्यादा होने लगी। उस इलाके की औरतें घर से बाहर कम निकलती…

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गुरु नानक देव जी की सुंदर साखी

श्री गुरू नानक देव जी नदी के किनारे बैठे थे। वहा पर सेठ दुनीचंद आया। गुरू नानक जी के दर्शन करके उसका मन मोहित हो गया। पूछा ये कौन हैं। भाई मर्दाना जी बोले ये गुरू नानक देव जी हैं। सेठ बोला आप मेरे घर भोजन करने आ सकते है? आज  मेरे पिता का श्राद्ध…

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