वेदव्यास और राजा परीक्षित
एक बार राजा परीक्षित ने वेदव्यास से प्रश्न किया कि मेरे बुजुर्ग मन के इतने गुलाम थे कि इसे काबू करने में असमर्थ रहे ? वेदव्यास ने जवाब दिया कि राजा | मन लज्जत का आशिक है और बहुत बलवान है | इससे छूटने का कोई उपाय नहीं | तुम्हें जल्दी ही इसकी समझ आ…