श्री गुरु नानक देव जी और भेड़ का मीट की साखी
अपनी यात्रा के दौरान एक बार श्री गुरु नानक देव जी एक ऐसी जगह पहुंचे जहां ना ही आग थी और ना ही अनाज सदियों से वहां पर एक परंपरा चल रही थी कि वहां के लोग भेड़ को मारकर उसके मास को धूप में पकाकर खाते थे, और अपनी भूख मिटाते थे. उस नगर…