सत्संग के वचनों का महत्व
एक बार का जिक्र है कि एक बहुत बड़ा चोर था। वह मरने लगा तो उसने अपने बेटे को बुलाकर नसीहत दी कि अगर तुझे चोरी करनी है तो किसी गुरुद्वारा, धर्मशाला या धर्म-स्थान में न जाना बल्कि इनसे दूर ही रहना । दूसरी बात, अगर पकडे जाओ तो मानना नहीं कि तुमने चोरी की…