संत रविदास का अमृत-दान
राजा पीपा एक घन धनी राजपूत था और कुछ वर्षों से राजगद्दी पर बैठा था | एक बार उसके दिल में प् परमार्थ का चाव पैदा हुआ क्योंकि उसे जीवन में खालीपन सा महसूस होने लगा था | अमीरों-वजीरा को इकट्ठा करके पूछा कि क्या इस वक्त कोई महात्मा है ? उन्होंने कहा कि कबीर …